डगना
हिन्दी[सम्पादन]
प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]
शब्दसागर[सम्पादन]
डगना पु † क्रि॰ अ॰ [सं॰ दक्ष (= चलना), हिं॰ डिगना या डग + ना (प्रत्य॰)]
१. हिलना । टसकना । खसकना । जगह छोड़ना । उ॰—डगइ न संभु सरासन कैसे । कामी वचन सती मन जैसे ।—तुलसी (शब्द॰) ।
२. चूकना । भूल करना । उ॰—तुरँग नचावहि कुँवर बर अकनि मृदंग निसान । नागर नट चितवहिं चकित, डगहिं न ताल बँधान ।—तुलसी (शब्द॰) ।
३. डगमगाना । लड़खड़ाना । उ॰— डगकु डगति सी चलि ठठुकि चितई चली निहारि । लिए जाति चितु चोरटी वहै गोरटी नारि ।—बिहारी र॰, दौ॰ १३९ । मुहा॰—डग मारना = हिलना । झटका खाना । जैसे,—उठाने पर आलमारी डग मारती है ।