डड्ढार
हिन्दी[सम्पादन]
प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]
शब्दसागर[सम्पादन]
डड्ढार ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰ दंष्ट्राल, प्रा॰ डड्ढाल] दे॰ 'डड्ढाल' । उ॰—डिढ न रहे डड्ढार बाघ बनचर बन डुल्लिय ।—सूदन (शब्द॰) ।
डड्ढार ^२ वि॰ [सं॰ दंष्ट्रा, हिं॰ डाढ़, डाढ़ी] बड़ी डाढ़ी रखनेवाला । विशेष—मध्य काल में और आज भी बड़ी डाढ़ी रखना वीरों का वेश समझा जाता है ।
डड्ढार ^३ वि॰ [सं॰ दृढ़, प्रा॰ डिढ़; हिं॰ डिढ़] दृढ़ हृदय का । साहसी ।