तिर्गुन

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

तिर्गुन संज्ञा पुं॰ [हिं॰] दे॰ 'त्रिगुण' । उ॰—इ कहै ठगा न कोई, लिए है तिर्गुन गाँसी ।—पलटू॰, भा॰ १, पृ॰ ८३ ।