दरार

विक्षनरी से


हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

दरार संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ दर] वह खाली जगह जो किसी चीज के फटने पर लकीर के रूप में पड़ लाती है । शिगाफ । उ॰— (क) अवहुँ अवनि विहरत दरार मिस को अवसर सुधि कीन्हें ।— तुलसी (शब्द॰) । (ख) सुमिरि सुनेह सुमित्रा सुत को दरकि दरार न आई ।— तुलसी (शब्द॰) ।