धत्तानन्द

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

धत्तानंद संज्ञा पुं॰ [?] एक छंद जिसकी प्रत्येक पंक्ति में ११ + ७ + १३ के विश्राम से ३१ मात्राएँ होती हैं । अंत में एक नगण होता है । जैसे,—जय कंदिय कुल कंस, बलिविध्वंस, केशिय बक दानव दरन । सो हरि दीनदयाल, भक्तकृपाल, कवि सुखदेव कृपा करन—सुखदेव (शब्द॰) ।