नासिक

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

नासिक ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰ नासिक्य] महाराष्ट्र देश में एक तीर्थ जो उस स्थान के निकट है जहाँ से गोदावरी निकलती है । इसी के पास पंचवटी वन है जहाँ वनवास के समय रामचंद्र ने कुछ काल निवास किया था और लक्ष्मण ने शूर्पणखा के नाम कान काट थे ।

नासिक पु ^२ संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ नासिका] नाक । नासिका । उ॰— नासिक देखि लजानेउ सूआ ।—जायसी ग्रं॰ (गुप्त), पृ॰ १२९ ।

नासिक ^३ वि॰ [फा॰ नाकिस] दे॰ 'नाकिस' । उ॰— बड़ी नासिक जात है महतो किसी की नहीं होती ।—गोदान, पृ॰ ३४ ।