नैगमेष
हिन्दी[सम्पादन]
प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]
शब्दसागर[सम्पादन]
नैगमेष संज्ञा पुं॰ [सं॰] सुश्रुत में जो नौ बालग्रह के नए हैं उनमें नवाँ । विशेष— इस बालग्रह द्वारा पीड़ित होने से बच्चों के मुँह से फैल गिरता है, वे होते हैं, बेचैन रहते हैं, उन्हें ज्वर होता है तथा उनकी दृष्टि ऊपर को टँगी रहती है और देह से चरबी की सी गंध आती है ।