पँवनारि

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

पँवनारि संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ पद्मनाल] पद्मनाल । कमलदंड । उ॰— भुज उपमा पँवनारि न पूजी खीन भई तिहिं चिंत ।—जायसी ग्रं॰ (गुप्त), पृ॰ १९५ ।