पनीरी
हिन्दी[सम्पादन]
प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]
शब्दसागर[सम्पादन]
पनीरी संज्ञा स्त्री॰ [देश॰]
१. फूल, पत्तों के वे छोटे पौधे जो दूसरी जगह ले जाकर रोपने के लिये लगाए गए हों । फूल पत्तों के बेहन । क्रि॰ प्र॰—जमाना ।
२. वह क्यारी जिसमें पनीरी जमाई गई हो । बेहन की क्यारी ।
३. गलगल नीबू के फाँकों के ऊपर का गूदा ।