पौद

विक्षनरी से


हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

पौद ^१ संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ पोत]

१. छोटा पौधा । नया निकलता हुआ पेड़ ।

२. वह कोमल छोटा पौधा जो एक स्थान से उखाड़कर दूसरे स्थान पर लगाया जा सके । क्रि॰ प्र॰—जमाना ।—लगाना

३. संतान । वंश ।

पौद ^२ संज्ञा स्त्री॰ [हिं॰ पाँव + पट] वह वस्त्र जो बडे़ लोगों के मार्ग में इसलिये बिछाया जाता है कि वे उसपर से होकर चलें । पावड़ी । पाँवड़ा । उ॰—(क) सबै बड़भागी अनुरागी प्रभु पाहन के, चाहन सों बात कहैं सबके बिलास की । चले उपरौध मनो पौद लगी आनँद की, औध आय गई औध गई बनवास की ।—हनुमान (शब्द॰) । (ख) गोपुर ते अंतः पुर द्वारा । लगी पौद विस्तार अपारा ।—रघुराज (शब्द॰) ।