फाग

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

फाग संज्ञा पुं॰ [हिं॰ फागुन]

१. फागुन के महीने में होनेवाला उत्सव जिसमें लोग एक दूसरे पर रंग या गुलाल डालते और वसंत ऋतु के गीत गाते हैं । उ॰—तेहि सिर फूल चढ़हिवै जेहि माथे मन भाग । आछँद सदा सुगंध वह जनु बसंत औ पाग ।—जायसी (शब्द॰) । क्रि॰ प्र॰—खेलना । उ॰—निकस्यो मोहन साँवरों हो फागु खेलन ब्रज माँझ ।—नंद॰ ग्रं॰, पृ॰ ३८२ ।

२. वह गीत जो फाग के उत्सव में गाया जाता है ।