फेट

विक्षनरी से


हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

फेट संज्ञा स्त्री॰ [हिं॰ फेटना] फेंटने की क्रिया या भाव । लपेट । चक्कर । उ॰— उर अंधारी जहँ नराँ सतगुर कूँ नहिं भेट । आए थे हरि मिलन कूँ लगी ओर ही फेट । —राम,॰ धर्म, पृ॰ ७१ ।