बँधनि

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

बँधनि पु संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ बन्धन, हिं॰ बँधना]

१. बंधन । जिसमें कोई चीज बँधी हुई हो ।

२. जो किसी चीज की स्वतंत्रता आदि में बाधक हो । उलझाने या फँसानेवाली चीज । उ॰— मीता मन वा बँधनि ते कौने सके अब छोरि ।— रसनिधि (शब्द॰) ।