बकी

विक्षनरी से


हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

बकी संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ बकी] बकासुर की बहन पूतना का एक नाम जो अपने में विष लगाकर कृष्ण को मारने के लिये गई थी । कृष्ण ने उसका दूघ पीते समय ही उसे मार डाला था । उ॰—बकी कपट करि मारन आई । सो हरि जू बैकुंठ पठाई ।—सूर॰ १ । ३ ।