बसीठ

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

बसीठ संज्ञा पुं॰ [सं॰ अवसृष्ट, प्रा॰ अवसिट्ठ] भेजा हुआ दूत । सेदेसा ले जानेवाला । उ॰—(क) प्रथम बसीठ पठव सुनु नीती । सीता जेइ करहु पुनि प्रीती ।—तुलसी (शब्द॰) । (ख) मधूकर तोहिं कौन सों हेत ।....अति शठ दीठ बसीठ श्याम को हमें सुनावत गीत ।—सूर (शब्द॰) । (ग) जुझ त ही मकाराक्ष के रावण अति दुख पाय । सत्वर श्री रघुनाथ पै दिए बसीठ पठाय ।—केशव (शब्द॰) ।