बामन

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

बामन संज्ञा पुं॰ [सं॰ वामन] दे॰ 'वामन' । मुहा॰— बामन होकर भी चाँद छूना=असंभव काम कर दिखाना । छोटा होते हुए भी बड़ा काम कर दिखाना । उ॰— मैं समझूँगा कि मैने बामन होकर भी चाँद को छू लिया ।— चुभते॰ (दो दो॰), पृ॰ ९ ।