भिसत

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

भिसत पु संज्ञा पुं॰ [फ़ा॰ बिहिश्त] स्वर्ग । उ॰—पग्यो न दिल प्रभुरै पदपंकज भिसत न त्यातिक भेटै । रघु॰ रू॰ पृ॰ १८ ।