भील

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

भील ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰ भिल्ल] [स्त्री॰ भीलनी] एक प्रसिद्ध जंगली जाति । भिल्ल । उ॰—चौदह वरष पाछे आए रघुनाथ नाथ साथ के जे मील कहैं आए प्रभु देखिए ।—प्रियादास (शब्द॰) । विशेष—बुहत ही प्राचीन काल से यह जाति राजपूताने, सिंध और मध्य भारत के जंगलों और पहाडों में पाई जाती है । इस जाति के लोग बहुत वीर और तीर चलाने में सिद्धहस्त होते हैं । ये क्रूर, भीषण और अत्याचारी होने पर भी सीधे सच्चे और स्वामिभक्त होते हैं । कुछ लोगों का विश्वास है कि ये भारत के आदि निवासी हैं । पुराणों में इन्हें ब्राह्मणी कन्या और तीवर पुरुष से उत्पन्न संकर माना गया है ।

भील ^२ संज्ञा स्त्री॰ [देश॰] ताल की वह सूखी मिट्टी जो प्रायः पपड़ी के रूप में हो जाती है ।