भौ

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

भौ पु ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰ भव] संसार । जगत् । दुनिया । उ॰— अली भौ मील ने पकरा, जबर जंजीर में जकरा ।—घट॰, पृ॰ ३०६ ।

भौ ^२ संज्ञा पुं॰ [सं॰ भय] डर । खाफ । भय । उ॰—मेरो भलो कियो राम आपनी भलाई ।........लोक कहैं राम को गुलाम हौ कहावौं । ए तो बड़ो अपराध मन भौ न पावौं ।—तुलसी (शब्द॰) ।