मजीरा
हिन्दी[सम्पादन]
प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]
शब्दसागर[सम्पादन]
मजीरा संज्ञा पुं॰ [सं॰ मञ्जीर] काँस की बनी हुई छोटी छोटी कटोरियों की जोड़ी जिनके मध्य में छेद होता है । इन्हीं छेदों में डोरा पहनाकर उसकी सहायता से एक कटोरी से दूसरी पर चोट देकर संगीत के साथ ताल देते हैं । जोड़ी । ताल । टुनकी । इसके बोल इस प्रकार हैं—ताँयँ ताँयँ, किट् ताँयँ, किट् किट्, ताँयँ ताँयँ ।