महाराज
हिन्दी[सम्पादन]
प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]
शब्दसागर[सम्पादन]
महाराज संज्ञा पुं॰ [सं॰] [स्त्री॰ महारानी]
१. राजाओं में श्रेष्ठ । बहुत बड़ा राजा ।
२. ब्राह्मण, गुरु, धर्माचार्य या और किसी पूज्य के लिये एक सवोधन ।
३. एक उपाधि जो भारत में व्रिटिश सरकार की ओर से राजा ओं की दी जाती थी ।
४. उंगलियों का नाखून (को॰) ।