मीरी

विक्षनरी से


हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

मीरी संज्ञा स्त्री॰ [फा़॰ मीर+ई (प्रत्य॰)]

१. मीर होने का भाव ।

२. खेल में किसी लड़के का सर्वप्रथम होना ।

३. खेल में लड़कों का अपना दाँव खेलकर खेल से अलग हो जाना ।