मुनारा
हिन्दी[सम्पादन]
प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]
शब्दसागर[सम्पादन]
मुनारा † संज्ञा पुं॰ [सं॰ मुद्रा] कान में पहनने का एक प्रकार का गहना जो कुमायूँ आदि पहाड़ी जिलों के निवासी पहनते हैं । यह अधिकतर लोहे का बनता हैं ।
मुनारा † संज्ञा पुं॰ [अ॰ मनारह्] दे॰ 'मीनार' । उ॰—भनै रघुराज नव पल्लवित मल्लिका के अमल अगारा हैं मुनारा है । दुआरा हैं ।—रघुराज (शब्द॰) ।