मोरछल

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

मोरछल संज्ञा पुं॰ [हिं॰ मोर + छड़ ] मोर की पुँछ के परों को इकट्ठा बाँधकर बनाया हुआ लंबा चँवर जो प्रायः देवताओं ओर राजाओं आदि के मस्तक के पास डुलाया जाता है । उ॰— (क) अगल बगल बहु मनुज मोरछल चँबर डोलावत ।—गोपाल (शब्द॰) । (ख) चारु चोंर चहुँ ओर चलावै मोरछलान डोलाई ।—रघुराज (शब्द॰) ।