रक्तपुनर्नवा

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

रक्तपुनर्नवा संज्ञा स्त्री॰ [सं॰] लाल रंग की पुनर्नवी या गदहपूर्ना । वैद्यक में इसे तिक्त, सारक और रक्तप्रदर, पांड़ु तथा पित्त आदि का नाशक मान है । पर्या॰—क्रूरा । मंडलपत्रिका । रक्तकांता । वर्पकेतु । लोहिता । रक्तपत्रिका । वैशाखों । पुष्पिका । विपध्नी । सारिणी । वर्षाभव । भौम । पुनर्भव । नव । नव्य ।