रुदन
हिन्दी[सम्पादन]
प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]
शब्दसागर[सम्पादन]
रुदन संज्ञा पुं॰ [सं॰ रुदन, रोदन] रोने की क्रिया । क्रंदन । रोना । विलाप करना । उ॰— (क) हरि बिन को पुरवै मेरी स्वारय । मुंडहि धुनत शीश कर मारत रुदन करत नृप पारथ ।—सूर (शब्द॰) । (ख) सकल सुरभी यूथ दिन प्रति रुदति पुर दिश धाई ।—सूर (शब्द॰) । (ग) आवत निकट हँसहिं प्रभु भाजत रुदन कराहिं । जाउँ समीप गहै पद फिरि फिरि चितइ पहाहिं ।—तुलसी (शब्द॰) ।