वर्य

विक्षनरी से


हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

वर्य ^१ वि॰ [सं॰]

१. प्रधान ।

२. निर्वाचित या चुनने योग्य ।

३. श्रेष्ठ । विशेष—इसका प्रयोग विशेषतः समस्त पदों में होता है । जैसे,— विद्वद्वर्य ।

वर्य ^२ संज्ञा पुं॰ कामदेब ।