शीन

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

शीन ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰]

१. मूर्ख ।

२. हिम । बर्फ ।

३. अजगर ।

शीन ^२ वि॰ जमा हुआ ।

शीन ^३ संज्ञा पुं॰ [अ॰] अरबी का १२वाँ, फारसी का १५वाँ, उर्दू का अठारहवाँ और देवनागरी का तीसवाँ वर्ण । तालव्य श । मुहा॰—शीन काफ दुरुस्त होना = (१) उच्चारण ठीक होना । (२) सजकर तैयार होना (व्यंग्य) ।