सँघेरा

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

सँघेरा ‡ संज्ञा पुं॰ [हिं॰ संग + घेरना] वह रस्सी जिससे दो गौओं का एक पैर इसलिये एक साथ बाँध दिया जाता है जिसमें वे जंगल में चरती चरती बहुत दूर न निकल जायँ ।