संकुटि

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

संकुटि † संज्ञा पुं॰ [सं॰ शाक्त, हिं॰ शाकत, साकट] भांसभक्षी शाक्त । उ॰—स्वादै हि संकुटि परचौ देखत ही नर अंधो रे । मूरखि मूठी छाड़ि दे होइ रह्नो निरबंधो रे ।—दादू॰, पृ॰५८६ ।