सोखक

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

सोखक पु वि॰ [सं॰ शोषक]

१. शोषण करनेवाला ।

२. नाश करनेवाला । उ॰— चलि चलि चंद्रमुखी साँवरे सखा पै बेगि, सोखक जु केसोदास अरि सुख साज के । चढ़ि चढ़ि पवन तुरंगन गगन घन, चाहत फिरत चंद योधा यमराज के । — केशव (शब्द॰) ।