आक्षेप
हिन्दी
इसका उपयोग मुख्य रूप से किसी को बात करते समय कुछ शब्दों द्वारा कटाक्ष करने को कहा जाता है।
उदाहरण
- किसी पर व्यक्तिगत आक्षेप नहीं करना चाहिए।
अन्य शब्द
- अपराध
- परोक्ष संकेत
- धर्षण
- उपहास
- अवज्ञा
- अनादर
- ताना
- झकड़ी
- निंदा
- कटाक्ष
प्रकाशितकोशों से अर्थ
शब्दसागर
आक्षेप संज्ञा पुं॰ [सं॰] [वि॰ आक्षेपी, आक्षिप्त]
१. फेंकना । गिराना ।
२. आरोप । दोष लगाना । अपवाद या इलजाम लगाना ।
३. कटुक्ति । निंदा । ताना । जैसे,—उस लेख में बहुत लोगों पर आक्षेप किया गया है ।
४. एक रोग जिसमें रोगी को अंग में कँपकँपी होती है । यह वातरोग का एक भेद है ।
५. ध्वनि । व्यंग्य । अग्निपुराण के अनुसार यह ध्वनि का पर्याय है, पर अन्य अलकारियों ने इसमें कुछ विशेषता वतलाई है; अर्थात् जिस ध्वनि की सूचना निषेधात्मक वर्णन द्वारा मिले, उसे आक्षेप कहना चाहिए । उ॰—दर्शन दे मोहि चंद ना, दर्शन को नहिं काम । निरख्यो तब प्यारी बदन, नवल अमल अभिराम ।-(शब्द॰) ।
६. किसी वर्णन में न दी हुई प्रासंगिक बात को ऊपर से जोड़ना । शब्दों द्वारा न कही हुई बात को अपनी ओर से लगाना । अध्याहार । उ॰—मुक्तक में जहाँ नायक नायिका का चित्रण नहीं होता वहाँ उनका ग्रहण आक्षेप द्वारा होता है ।—रस॰, पृ॰ १२८ ।
७. निधि (को॰) ।
८. आपत्ति । संदेह (को॰) ।
९. धड़कन (को॰) ।
१०. स्तब्धता (को॰) ।
११. पोतना । लगाना (को॰) ।
१२. पहुँच (बाण की) ।