उंदुर
हिन्दी[सम्पादन]
प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]
शब्दसागर[सम्पादन]
उंदुर संज्ञा पुं॰ [सं॰ उन्दुर] चूहा । मूसा । उ॰— (का) उंदुर राजा टीका बैठे बिषहर करै खवासी । श्वान बापुरो धरनि ठाकुरो बिल्ली धर में दासी । ।—कबीर (शाब्द॰) । (ख) कीन्हेसि लोवा उँदुर चाँटी । कीन्हेसि बहुत रहहिं खनि माटी । ।— जायसी (शब्द॰) ।