उत्कंठा
हिन्दी[सम्पादन]
प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]
शब्दसागर[सम्पादन]
उत्कंठा संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ उत्कण्ठा]
१. प्रबल इच्छा । तीव्र अभिलाषा । लालसा । चाव ।
८. रस में एक संचारी का नाम । किसी नाम में बिलंब न सहकर उसे चटपट करने की अभिलाषा । जैसे, फिरि फिरि बूझति, कहि कहा कह्यो साँवरे गात, कहा करत देखे, कहाँ आली चली क्यों बात ।—बिहारी र॰, दो॰ २१९ ।