उबलना
हिन्दी[सम्पादन]
प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]
शब्दसागर[सम्पादन]
उबलना क्रि॰ [सं॰ उद् = ऊपर+वलन = जाना अथवा हिं॰ उ (सं॰ उत्) + बल ( = सं॰ ज्वल्>हिं॰ जल, बल]
१. ऊपर की ओर जाना । आँच या गरमी पाकर पानी, दूध आदि तरल पदार्थों का फेन के साथ ऊपर उठना । उफनाना । जैसे,— दूध जब उबलने लगे तब आग पर से उतार लो ।
२. उमड़ना । वेग से निकलना । जैसे,—सोते से पानी उबल रहा है ।