झङ्कार
हिन्दी[सम्पादन]
प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]
शब्दसागर[सम्पादन]
झंकार संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ झङ्कार]
१. झंझनाहट का शब्द जो किसी धातुखंड से निकलता है । झन् झन् शब्द । झनकार । जैसे, पाजेब की झंकार, झाँझ की झंकार । उ॰— शुभे, धन्य झंकार है धाम में, रहे किंतु टंकार संग्राम में ।— साकेत, पृ॰ ३०५ ।
२. झींगुर आदि छोटे छोटे जानवरों के बोलने का शब्द जो प्रायः झन् झन् होता है । झनकार । जैसे, झिल्लियों की झंकार ।
३. झन् झन् शब्द होने का भाव ।