झबूकना
हिन्दी[सम्पादन]
प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]
शब्दसागर[सम्पादन]
झबूकना † क्रि॰ अ॰ [अनु॰]
१. चमकना । जगमगाना । दीप्त होना । ज्योतित होना । उ॰—(क) मंदिर माँहि झबूकती दीवा कैषी जोति । हंस बटाऊ चलि गया काढ़ौ धर की छोति ।—कबीर ग्रं॰, पृ॰ ७३ । (ख) भभूकै उड़ै यों झबूकै फुलंगा । मनो अग्नि बेताल नच्चैं खुलंगा ।—सूदन (शब्द) ।
२. झझकना ।