झमक
हिन्दी[सम्पादन]
प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]
शब्दसागर[सम्पादन]
झमक संज्ञा स्त्री॰ [अनु॰]
१. चमक का अनुकरण ।
२. प्रकाश । उजेला ।
३. झम झम शब्द । उ॰—पग जेहरि बिछियन की झमकनि चलत परस्पर बाजत । सूर स्याम सुख जोर ी मणि कंचन छवि लाजत ।—सूरक (शब्द॰)
४. ठसक या नखरे की चाल ।
झमक संज्ञा पुं॰ [सं॰] जली हुई ईंट । झावाँ ।