ठंढाई
हिन्दी[सम्पादन]
प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]
शब्दसागर[सम्पादन]
ठंढाई संज्ञा स्त्री॰ [हिं॰ ठंढा + ई (प्रत्य॰)]
१. वह दवा या मसाला जिससे शरीर की गरमी शांत होती है और ठंढक आती है । विशेष—सौंफ, इलायची, कासनी, ककड़ी, कददु, खरबूजे आदि के बीज, गुलाब की पँखड़ी, गोल मिर्च आदि को एक में पीसकर प्रायः ठढाई बनाई जाती है । क्रि॰ प्र॰—पीना ।—लेना ।