ठकना

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

ठकना ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰ ढक् (= छिपाना)] [स्त्री॰ अल्पा॰ ढकनी] वह वस्तु जिसे ऊपर डाल देने या बैठा देने से नीचे की वस्तु छिप जाय या बंद हो जाय । ढक्कन । चपनी ।