ठबकना

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

ठबकना क्रि॰ अ॰ [हिं॰ ठमक] ठेस या ठोकर देते हुए चलना । ठसक के साथ चलना । उ॰—हबकि बोलिबा, ठबकि न चालिबा धीरे धरिबा पावं । गरब न करिबा, सहजै रहिबा भणंत गोरख रावं ।—गोरख॰, पृ॰ ११ ।