ठिहारी

विक्षनरी से


हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

ठिहारी संज्ञा स्त्री॰ [हिं॰ ठहरना] ठहराव । निश्चय । इकरार । उ॰—जैसी हुती हमते तुमते अब होयगी वैसियै प्रीति बिहारी । चाहत जौ चित में हित तो जनि बोलिय कुंजन कुँजबिहारी ।— सुंदरीसर्वस्व (शब्द॰) ।