त्रिन्न

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

त्रिन्न पु संज्ञा पुं॰ [हिं॰]दे॰ 'तृण' । उ॰—पेट काज तरु, तुंग । त्रिन्न परि घर पर ढारैं ।—पृ रा॰, १ ।७६४ ।