थीजना

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

थीजना क्रि॰ अ॰ [सं॰ स्था] टिक जाना । अचल होना । स्थिर रहना । उ॰—मन तुम तन मँडरात है नहिं थीजै हा हा । घनानद, पृ॰ ३६७ ।