दहकना
हिन्दी[सम्पादन]
प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]
शब्दसागर[सम्पादन]
दहकना क्रि॰ अ॰ [सं॰ दहन]
१. ऐसा जलना कि लपट ऊपर उठे । लौ के साथ बलना । धधकना । भड़कना । जैसे, आग दहकना, कोयला दहकना । उ॰—अंग अंग आगि ऐसे केसर के नीर लागे, चीर लागे बरन, अबीर लागे दहकन ।— सेवक (शब्द॰) । संयो॰ क्रि॰—उठना ।—जाना ।
२. शरीर का गरम होना । तपना । धिकना । संयो॰ क्रि॰—देना ।