धनक
हिन्दी[सम्पादन]
प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]
शब्दसागर[सम्पादन]
धनक ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰]
१. धन की इच्छा ।
२. राजा कृतवीर्य के पिता ।—(भागवत) ।
धनक ^२ संज्ञा पुं॰ [सं॰ धनुष्]
१. धन की इच्छा ।
२. राजा कृतवीर्य के पिता ।—(भागवत) ।
धनक ^२ संज्ञा पुं॰ [सं॰ धनुष्]
१. धनुष । कमान । उ॰—धनक पिनाक चढ़ाय धरै ।—रघु॰ रू॰, पृ॰ ७४ ।
२. एक प्रकार का पतला गोठा जिसे टोपी आदि में लगातै हैं ।
३. एक प्रकार की ओढ़नी ।
धनक पु ^३ वि॰ [हिं॰] दे॰ धनिक' । उ॰—पट्टन धनकनि देह दुष गेह कटन ग्रह हथ्थ ।—पृ॰ रा॰, १ । ४२२ ।