संगमर्मर

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

संगमर्मर संज्ञा पुं॰ [फ़ा॰ संग + अ॰ मर्मर] एक प्रकार का बहुत चिकना, मुलायम और सफेद प्रसिद्ध पत्थर जो बहुत कीमती होता है । विशेष—यह पत्थर मूर्ति, मंदिर तथा महल इत्यादि बनाने में काम आता है । आगरे का ताजमहल इसी पत्थर का बना है । भारत में यह जयपुर में अधिक पाया जाता है । इसके अतिरिक्त अजमेर, किशनगढ़ और जोधपुर में भी इसकी कुछ खाने हैं ।