सकील
हिन्दी[सम्पादन]
प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]
शब्दसागर[सम्पादन]
सकील संज्ञा पुं॰ [सं॰ सङ्कील] पुराणानुसार एक प्राचीन ऋषि का नाम ।
सकील ^१ वि॰ [अ॰ सको़ल]
१. जो जल्दी हजम न हो । गरिष्ठ । गुरुपाक ।
२. भारी । वजनी ।
३. जो कठिन हो । क्लिष्ट (शब्द॰) ।
सकील ^२ संज्ञा पुं॰ [सं॰] संभोग कार्य में कमजोर पड़ने के कारण अपनी पत्नी को स्वयं संभोग करने के पहले किसी और व्यक्ति से संयुक्त करानेवाला पुरुष [को॰] ।