पुराणचौर व्यंजन संज्ञा पुं॰ [सं॰ पुराणचौर व्यञ्जन] वे गुप्तचर जो पुराने चोर डाकुओं के वेश में रहते थे । विशेष— कौटिल्य ने लिखा है कि ये लोग चोरों बदमाशों के अड्डों और शत्रु के पक्षवालों की मंडली आदि का पता रखते थे और समाहर्ता के अधीन काम करते थे ।