कुतूहली वि॰ [सं॰ कुतूहलिन्] २. जिसे वस्तुओं को देखने या जानने की उत्कंठा हुआ करे । तमाशा देखनेवाला । उ॰—यदि बहु मुझे बहुत कुतूहली न समझे तो मै एक बात जानने के लिये उत्सुक हूँ ।—जिप्सी, पृ॰ २९७ ।२. कौतुकी । खिलवाड़ ।